Skip to content
EDUCATIONAL STUFFS
EDUCATIONAL STUFFS

An Ocean of Information

  • Home
  • SSC
    • SSC CGL
    • SSC CHSL
    • SSC JE
  • DIPLOMA
    • Engineering Drawing
    • Elements of Workshop Technology
    • Operations Management
    • Applied Mehanics
    • Strength of Materials
    • Materials Science
  • UPSC
    • Geography
  • Previous Year Papers
    • DSSSB
      • MOCK TEST
      • PAPERS
    • KENDRIYA VIDYALAYA
      • PRACTICE SETS
    • CTET
      • Assessment
      • Debates
      • Development
      • Disability
      • Emotional
      • Gender
      • Gifted
      • Inclusive
      • Intelligence
      • Kohlberg
      • Language
      • Motivation
      • Piaget
      • Socialization
      • Thinking
      • Vygotsky
  • MISCELLANEOUS
    • Road Safety
    • Multiple Choice Questions (MCQs)
      • Electrician
      • Fitter
      • Mechanic Diesel
      • Employability Skills
      • Welder
      • Workshop Calculation & Science
  • STORIES
  • About US
  • Contact Us
EDUCATIONAL STUFFS

An Ocean of Information

July 30, 2025May 11, 2025

चूहे और बिल्ली

 

चूहा और बिल्ली

 

एक छोटे से गाँव में रामू नाम का एक किसान रहता था। उसका घर पुराना और लकड़ी का बना हुआ था, जहाँ रात को खट-खट की आवाजें आती रहती थीं। दरअसल, रामू के घर में बहुत सारे चूहे रहते थे। वे चूहे रात भर इधर-उधर दौड़ते, अनाज कुतरते, कपड़े काटते और पूरे घर को अस्त-व्यस्त कर देते थे।

रामू ने परेशान होकर एक बिल्ली पाल ली। वह बिल्ली न केवल चालाक थी, बल्कि बहुत फुर्तीली भी थी। कुछ ही दिनों में उसने कई चूहों को पकड़ कर खा लिया। धीरे-धीरे चूहों की संख्या घटने लगी और जो बचे थे, वे हमेशा डर और चिंता में जीने लगे।

अब हालत यह हो गई थी कि कई चूहे अपने बिलों से बाहर निकलने की हिम्मत भी नहीं कर पाते थे। उन्हें डर था कि कहीं बिल्ली अचानक हमला न कर दे। कुछ भूख से मरने लगे थे क्योंकि बाहर निकलने की हिम्मत ही नहीं होती थी।

एक दिन चूहों ने इस खतरे से छुटकारा पाने के लिए एक आपात बैठक बुलाई। सभी चूहे एक बड़े कोने में जमा हुए। वहाँ बुज़ुर्ग, युवा और बच्चे चूहे सभी अपनी-अपनी राय देने लगे कि आखिर इस बिल्ली से कैसे निपटा जाए। लेकिन किसी भी उपाय को सभी ने स्वीकार नहीं किया। या तो वह बहुत जोखिम भरा था या फिर असंभव।

अचानक एक छोटे से चूहे ने संकोच से हाथ उठाया और कहा, “मेरे पास एक सरल और बढ़िया उपाय है।” सब उसकी ओर देखने लगे। उसने कहा, “हमें बिल्ली के गले में एक घंटी बाँध देनी चाहिए। जब भी वह चलेगी, घंटी की आवाज से हमें पहले ही पता चल जाएगा और हम समय रहते छिप सकेंगे।”

सभी चूहे खुशी से चिल्ला उठे, “यह तो बहुत शानदार उपाय है!” हर कोई उस छोटे चूहे की तारीफ करने लगा। लेकिन तभी एक अनुभवी, बूढ़ा चूहा खड़ा हुआ और बोला, “बिल्कुल! उपाय तो अच्छा है, लेकिन क्या तुममें से कोई बता सकता है कि वह घंटी बिल्ली के गले में बाँधेगा कौन?”

सारे चूहे चुप हो गए। जोश और उत्साह ठंडा पड़ गया। अब सब एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। सभी को यह तो समझ आ गया था कि योजना बनाना आसान है, लेकिन उसे अमल में लाना बहुत कठिन।

 

नैतिक सीख:

केवल सुझाव देना काफी नहीं होता, असली बुद्धिमानी उसे कार्यरूप देने की क्षमता में होती है। कहने और करने में बहुत बड़ा अंतर होता है।

 

संबंधित वीडियो:

 

कुछ और मज़ेदार कहानियों के लिए यहाँ क्लिक करें

STORIES ActVsWordsAnimalTaleBellAndTheCatCatBellIdeaChildrenStoryClassicFableEasierSaidThanDoneExecutionMattersFableWithMessageFearOfCatGroupDiscussionStoryHindiStoryInEnglishMoralLessonMoralStoryMouseAndCatStoryOldMouseWisdomPlanVsActionRealityCheckSmartIdeasHardExecutionStoryForKidsStoryTimeStoryWithLessonThinkBeforeYouActWhoWillBellTheCatWiseMouseअच्छा_विचार_मुश्किल_कामआसान_कहना_मुश्किल_करनाकरना_मुश्किल_हैकहना_आसान_हैकहानी_के_जरीए_सीखकहानी_हिंदी_मेंघंटी_का_उपायघंटी_वाली_कहानीचूहे_और_बिल्लीडर_से_मुक्तितर्क_पर_क्रियानैतिक_कथानैतिक_सीखप्रेरणादायक_कथाबच्चों_की_कहानीबाल_कथाबिल्ली_का_डरबिल्ली_से_बचावबुद्धिमान_चूहाबूढ़ा_चूहाभारतीय_कथावास्तविकता_को_स्वीकारोशिक्षाप्रद_कहानीसच्चाई_की_कहानीसोच_और_हकीकत

Post navigation

Previous post
Next post

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Archives

Categories

Pages

  • About US
  • Contact Us
  • Legal Disclaimer
©2025 EDUCATIONAL STUFFS | WordPress Theme by SuperbThemes